परिचय: बोइंग 787 और एयर इंडिया की हालिया दुर्घटना
एयर इंडिया फ्लाइट 171 की दुखद दुर्घटना (Air India Flight 171 Crash) ने विमान सुरक्षा को लेकर अनेक सवाल खड़े कर दिए हैं। हालिया रिपोर्ट बताती है कि उड़ान के तुरंत बाद दोनों इंजन फ्यूल-कंट्रोल स्विच अज्ञात कारणों से 'कट ऑफ' (Cut Off) पोजिशन में आ गए, जिससे विमान के इंजन बंद हो गए। ऐसी घटनाएं बेहद दुर्लभ हैं; क्या यह सिर्फ इंसानी गलती थी, या विमानों की डिज़ाइन/मेंटेनेंस में गंभीर कमियां छुपी हैं?
बोइंग 787 और सेफ़्टी फीचर्स : क्या सिस्टम फेल हो सकते हैं?
- बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (Boeing 787 Dreamliner) को हमेशा आधुनिक तकनीकी और सुरक्षा के लिए सराहा जाता है।
- फ्यूल-कंट्रोल स्विचेस को बड़ी ताकत से ऑपरेट करना होता है, यानी यह गलती से ट्रिगर नहीं हो सकते।
- 2018 में FAA (Federal Aviation Administration) ने संभावित लॉकिंग फीचर की कमी पर एडवाइज़री दी थी, पर इसे अनिवार्य निर्देश नहीं बनाया गया।
- सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, भले ही ये एडवाइज़री थी, एयरलाइंस ने इसे सीरियसली नहीं लिया था।
मानवीय भूल या तकनीकी दोष: एयरक्रैश इन्वेस्टिगेशन की नई दिशाएँ
- दुर्घटना के समय को-पायलट एयरक्राफ्ट चला रहे थे, जबकि कप्तान मॉनिटर कर रहे थे।
- हादसे के फैक्ट्स:
- फ्यूल स्विच ऑटोमेटिकली रन पोजिशन में लौट आए, पर देर हो चुकी थी।
- Ram Air Turbine (RAT) आपातकालीन पावर के लिए अपने-आप Deploy हो गया— तकनीकी गड़बड़ी या इमरजेंसी की पुष्टि करता है।
- रिकॉर्ड हुए पायलटों के आपसी संवाद— ''Why did he cut off?''— दर्शाते हैं कि कॉकपिट में हैरानी थी।
बोइंग 787 के प्रति विश्वास क्यों डगमगा रहा है?
- पिछले वर्षों में Boeing 737 Max crashes, क्वालिटी कंट्रोल में चूक और हालिया पैनल ब्लौआउट जैसी घटनाओं ने उड्डयन जगत के विश्वास को झटका दिया।
- विशेषज्ञ मानते हैं कि केवल क्रैश ही नहीं, बल्कि 'Near-Miss' घटनाएं भी जांच-पड़ताल की मांग करती हैं।
एयरलाइंस और यात्रियों के लिए सीख
- सभी उड़ानों में क्रू की कंडीशन, घबराहट, और रूटीन मेन्टेनेंस सेफ्टी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- बोइंग या अन्य विमान निर्माताओं को सलाह दी जाती है कि जिन भी संयंत्रों पर एडवाइजरी है, वहाँ अनिवार्य जाँच और लॉकिंग फीचर को अपडेट करना चाहिए।
FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- क्या फ्यूल-कंट्रोल स्विच गलती से दबाया जा सकता है?
- नहीं, इन्हें काफी ताकत से ऑपरेट करना पड़ता है।
- क्या पायलटों की थकान इसकी वजह थी?
- रिपोर्ट के अनुसार, पायलट्स ने पर्याप्त आराम लिया था।
- क्या 787 अभी भी उड़ान के लिए सुरक्षित है?
- अभी जाँच जारी है, कोई सख्त सिफारिश या बैन नहीं आया।
निष्कर्ष
Air India Flight 171 की दुर्घटना ने बोइंग 787 और समग्र विमानन सुरक्षा प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। चाहे यह मानवीय त्रुटि रही हो या किसी सिस्टम की कमज़ोरी, हर घटना से सीखना जरूरी है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और एयरलाइंस के साथ-साथ निर्माताओं को हर संकेत को गम्भीरता से लेते हुए सुरक्षा सुधार प्राथमिकता देनी चाहिए।
अधिक जानकारी के लिए DGCA और FAA Advisory देखें।
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