ब्रिक्स (BRICS) : एक अंतरराष्ट्रीय संगठन

ब्रिक्स (BRICS) : एक अंतरराष्ट्रीय संगठन
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ब्रिक्स (BRICS) : एक अंतरराष्ट्रीय संगठन

परिचय
BRICS, पाँच प्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं—ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका—का एक समूह है। इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच बहुपक्षीय आर्थिक, राजनीतिक, और सुरक्षा संबंधों को मज़बूत करना है। BRICS का गठन 2009 में चार देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) के बीच शुरू हुआ था। 2010 में दक्षिण अफ्रीका के शामिल होने के साथ इसे BRICS नाम दिया गया।

इतिहास और विकास
BRICS का विचार सबसे पहले गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्री जिम ओ'नील ने 2001 में पेश किया। 2009 में, पहला शिखर सम्मेलन रूस के एकातेरिनबर्ग में आयोजित हुआ। बाद के वर्षों में सदस्य देशों के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन होते रहे हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक, और सुरक्षा विषयों पर सहयोग की रणनीति बनाई जाती है।

उद्देश्य
ब्रिक्स के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. आर्थिक विकास और सदस्य देशों के पारस्परिक सहयोग को मज़बूत करना।
  2. वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार और विश्व अर्थव्यवस्था में उभरते देशों की भागीदारी बढ़ाना।
  3. संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार की वकालत करना।
  4. शांति, सुरक्षा, और स्थिरता के लिए साझा दृष्टिकोण विकसित करना।

संरचना और कार्यप्रणाली
BRICS में कोई स्थायी सचिवालय या औपचारिक संविधान नहीं है। इसकी गतिविधियाँ वार्षिक शिखर सम्मेलन, क्षेत्रीय मंत्री स्तर की बैठकों, और विविध कार्य समूहों के ज़रिए संचालित होती हैं। BRICS की प्रमुख उपलब्धियों में न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और BRICS आकस्मिक आरक्षित व्यवस्था (CRA) शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय भूमिका
BRICS, वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में विकासशील देशों के हितों की आवाज़ बनकर उभरा है। यह संगठन विश्व में बहुध्रुवीयता, समावेशी विकास, और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने की आवश्यकता पर जोर देता है। हाल के वर्षों में BRICS आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, और सतत विकास जैसे मुद्दों पर भी महत्त्वपूर्ण बहस और कार्रवाई कर चुका है।

BRICS और आतंकवाद
BRICS देशों ने विभिन्न वक्तव्यों और घोषणापत्रों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की है। ये देश दोहरे मानदंडों के विरुद्ध अपने एकीकृत रुख को प्रमुखता देते हैं और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की वकालत करते हैं। BRICS प्लेटफार्म के ज़रिए सदस्य देश, आतंकवादी गतिविधियों के विरुद्ध सामूहिक प्रयासों को मज़बूत करने की पैरवी करते हैं।

संदर्भ

  1. BRICS Joint Statements & Summits Reports
  2. संयुक्त राष्ट्र, IMF व अन्य प्रमुख वैश्विक संस्थाएँ
  3. न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) दस्तावेज़
Language: Hindi
Keywords: BRICS, अंतरराष्ट्रीय संगठन, भारत, आतंकवाद, वैश्विक शासन, अर्थव्यवस्था, शिखर सम्मेलन, New Development Bank
Writing style: Encyclopedia-style, Formal, Neutral
Category: अंतर्राष्ट्रीय संगठन
Why read this article: यह लेख BRICS संगठन की वैश्विक भूमिका, संरचना और उद्देश्यों को समझने में सहायक है, विशेष रूप से आतंकवाद और सुरक्षा के संदर्भ में इसकी महत्ता को स्पष्ट करता है।
Target audience: छात्र, शोधार्थी, नीति-निर्माता, अंतरराष्ट्रीय संबंधों में रुचि रखने वाले पाठक

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